केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान ने 1 फरवरी को 38वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया । इस कार्यक्रम का उद्घाटन सम्माननीय मुख्य अतिथि श्री बी एन त्रिपाठी जी , उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) द्वारा किया गया । इस उपलक्ष पर श्री एम एस चौहान निदेशक,(राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान) , श्री वीके सक्सेना जी (सहायक महानिदेशक, श्री बीएस पूनिया जी, पूर्व निदेशक (भा. कृ.अनु.प – केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार) और एनिमल साइंस संस्थानों के सभी निदेशक मौजूद थे । केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने में भैंस पालन की मुख्य भूमिका है , युवा भैंस पालन में बढ़ चढ़कर रूचि ले रहे हैं जिसके कारण मुर्रा नस्ल की भैंस को पूरे विश्व में पहचान मिली है इस अवसर पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया और और प्रगतिशील भैंस पालकों को भी बुलाया गया जो सीआईआरबी के साथ लगातार जुड़े हुए हैं । इन पशुपालकों ने अपना अनुभव साझा किया और दुगनी आय बढ़ाने के नुस्खे सीखे । कार्यक्रम में 450 किसान विभिन्न राज्यों से जुड़े और उन्होंने इस कार्यक्रम से भैंस पालन की विभिन्न तकनीक सीखी । इस कार्यक्रम का आयोजन निदेशक सीआईआरबी डॉ टीके दत्ता जी के नेतृत्व में किया गया ।