भा.कृ.अनु.प.-केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के 36वें स्थापना दिवस के अवसर पर 5 दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका समापन 5 फरवरी को किसान मेला व किसान गोष्ठी के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में करीब 300 किसानों ने भाग लिया। किसान मेला व संगोष्ठी में मुख्य अतिथि संस्थान के पूर्व निदेषक डाॅ. बी. एस. पूनिया रहे व विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान के कार्यकारी निदेशक डाॅ. यशपाल शर्मा के आर्षि वचनों में कार्यक्रम को सफल बनाया।
स्थापना दिवस के अवसर पर मेरा गांव मेरा गौरव के अंगीकृत गांव बड़ी न्यांगल, तहसील राजगढ़, जिला चुरू राजस्थान में एक दुग्ध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था जिसमें सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन 16 लीटर का रहा व प्रतियोगिता में पुरस्कार के रूप में प्रथम स्थान हेतु 11000, द्वितीय को 6100, तृतीय को 3100 व सांत्वना पुरस्कार हेतु 1100 रूपये प्रदान किए गए।
ग्रामीण भैंस संतति कार्यक्रम के अंर्तगत 100 प्रगतिशील भैंस पालकों को स्टील की बाल्टी वितरीत की गई।
किसान संगोष्ठी के अवसर पर केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के द्वारा हस्तांतरित किए गए खनिज मिश्रण के फार्मूले जोकि टाइटेनिक फार्मा द्वारा बेचा जा रहा है ने भी अपना स्टाल लगाया था।
पूर्व निदेशक डाॅ. बी. एस. पूनिया ने केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान को इस अवसर पर बधाईयां प्रेक्षित की तथा प्रगतिशील भैंस पालकों को सम्मानित किया व संस्थान की प्रगति पर वैज्ञानिकों व संस्थान के कर्मचारियों को बधाईयां व शुभकामनायें प्रेक्षित की।
पंजाब नेशनल बैंक सच्चा खेड़ा ने भी अपना स्टाल इस अवसर पर लगाया।
फार्मस फस्ट प्रोजेक्ट द्वारा भी इस अवसर पर अपना योगदान दिया गया है जिसमें उनके द्वारा प्रगतिशील किसानों को 100 बेलचों का वितरण किया गया।